राजस्थान में विधायक खरीद-फरोख्त मामले में नया ट्विस्ट, भाजपा को लगा झटका..

राजस्थान में विधायक खरीद-फरोख्त मामले में नया ट्विस्ट, भाजपा को लगा झटका..
राजस्थान सियासी संकट में एक के बाद एक नए (rajasthan news) मोड़ देखने को मिल रहे हैं। इस वक्त खबर सामने आ रही है कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप अपने राजस्थान की राजनीति में विधायकों की खरीद-फरोख्त में ऑडियो क्लिप के आधार पर की जा रही जांच में बड़ा बदलाव किया है। खबर के मुताबिक एसओजी मुख्यालय ने विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में दर्ज मुकदमे से दे’शद्रो’ह की धारा (124-ए) को कानूनी राय के बाद बदल दिया है।
एसओजी कार्यालय द्वारा दायर मामले संख्या 47,48 / 2020 में, देशद्रोह की धारा 124-ए को हटा दिया गया है। एसओजी ने आरोपी संजय जैन समेत दो लोगों को केस नंबर 47/2020 में गिरफ्तार किया। एसओजी मुख्यालय ने दे’शद्रो’ह के तहत दायर मामले की सुनवाई के बाद यह संशोधन किया। एसओजी कार्यालय ने माना है कि इस मामले की जांच भ्र’ष्टाचा’र अधिनियम की धाराओं के तहत की जा रही है।
इसके लिए, एसओजी कार्यालय ने ऑडियो क्लिप के मामले की (rajasthan news) जांच सौंप दी है जो विधायक की खरीद और बिक्री के मामले में एंटी करप्शन कार्यालय को वा’यर’ल हो गया था। इन मामलों से संबंधित सभी पत्राचार एसओजी कार्यालय द्वारा एसीबी को भेजे जा रहे हैं। राजस्थान में सत्ता के लिए संघर्ष के दौरान, हॉर्स ट्रेडिंग से संबंधित तीन ऑडियो क्लिप पाए गए थे।
इन ऑडियो क्लिप के आधार पर, ये मामले राज्य सरकार के (rajasthan news) मुख्य सचेतक डॉ। महेश जोशी द्वारा दर्ज किए गए थे। एसओजी इन मामलों की जांच मुस्तैदी से कर रही थी। राज्य के राजनीतिक संघर्ष में, कांग्रेस संगठन और राजस्थान सरकार दो समूहों में विभाजित हैं। इस ऑडियो क्लिप को गहलोत खेमे ने जारी किया है।
सचिन पायलट के करीबी तीन विधायकों ने कहा कि उनकी लड़ाई (rajasthan news) आत्म सम्मान के लिए है और वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ‘ता’ना’शाहीपूर्ण’ कार्यशैली के खिलाफ लड़ेंगे। छह बार के विधायक रहे हेमाराम चौधरी ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं और हमारी लड़ाई पार्टी के खि’लाफ नहीं है, लेकिन हम गहलोत के नेतृत्व में काम नहीं कर सकते।’’